अपठित गद्यांश (कक्षा 4)
लाल किला, दिल्ली का लाल किला का यह नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यह लाल पत्थरों से बना है और यह दुनिया के सर्वाधिक प्रभावशाली भव्य महलों में से एक है। भारत का इतिहास भी इस किले के साथ काफी नजदीकी से जुड़ा है। यहीं से ब्रिटिश व्यापारियों ने अंतिम मुगल शासक, बहादुर शाह जफर को पद से हटाया था और तीन शताब्दियों से चले आ रहे मुगल शासन का अंत हुआ था। यहीं के प्राचीर से भारत के प्रथम प्रधानमंत्री, पंडित जवाहर लाल नेहरू ने घोषणा की थी कि अब भारत उपनिवेशी राज से स्वतंत्र है।
मुगल शासक, शाहजहां ने 11 वर्ष तक आगरा से शासन करने के बाद तय किया कि राजधानी को दिल्ली लाया जाए और यहां 1618 में लाल किले की नींव रखी गई। वर्ष 1647 में इसके उद्घाटन के बाद महल के मुख्य कक्ष भारी पर्दों से सजाए गए और चीन से रेशम और टर्की से मखमल ला कर इसकी सजावट की गई। लगभग डेढ़ मील के दायरे में यह किला अनियमित अष्टभुजाकार आकार में बना है और इसके दो प्रवेश द्वार हैं, लाहौर और दिल्ली गेट।
१) दिल्ली के लाल किले का नाम लाल किला क्यों पड़ा?
२) भारत के इतिहास से लाल किले का क्या संबंध है?
३) मुगल शासक शाहजहां के शासन काल में लाल किले में क्या बदलाव लाया गया?
४) ‘प्रधानमंत्री’ व ‘उद्घाटन’ का अपने वाक्यों में प्रयोग करो।
५) गद्यांश में से ढूँढकर चार संज्ञा शब्द लिखो-
६-विलोम शब्द लिखो- प्रथम स्वतंत्र
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