Thursday, 9 October 2014

 Adjective (Visheshan)

Visheshan (विशेषण) or adjective is an essential element of a sentence. It expresses the quality of a person or thing. In Hindi grammar, visheshan or adjective is used to explain noun including person, place or thing in a better way. Hindi adjective or visheshan is used before the noun or the pronoun in the sentence. There are four types of adjective or visheshan in Hindi grammar.

Types of Adjective in Hindi:


1. Gunavachak visheshan (गुणवाचक विशेषण) (Descriptive Adjective/ Adjective of Quality)
2. Parimanvachak visheshan (परिमाण वाचक विशेषण) (Adjective of Quantity)
3. Sankhyavachak visheshan (संख्या वाचक विशेषण) (Numeric Adjective)
4. Sarvanmic visheshan (सार्वनामिक विशेषण) (Demonstrative Adjective)


Sentences using Visheshan are mentioned below: 

1. सीमा एक सुन्दर लड़की है।  (Seema ek sundar ladki hai.)
2. नेल्सन मंडेला दक्षिण अफ्रीका के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं राष्ट्रपति थे।  (Nelson Mandela dakshin Africa ke prasid swatantrata senani evam rashtrapati the.)
3. रमेश एक चतुर लड़का है।  (Ramesh ek chatur ladka hai.)



   

सर्वनाम : अभ्यास 1

  1. नीचे दिए वाक्यों में सही सर्वनाम छाँट कर भरिए:
    तुमवहउसकेउन्हेंतुम्हारेहम
    1. राम, ___________ हैदराबाद से होते हुए दिल्ली जाएँगे।
    2. सुना है, ___________ भाई की अच्छी कम्पनी में नौकरी लग गई है।
    3. ___________ गणित और विज्ञान पढ़ने में होशियार है।
    4. ___________ और ___________ दोस्त बहुत शोर मचाते हैं।
    5. डाक्टर नें ___________ अस्पताल से छुट्टी दे दी है।
  2. नीचे दिए गए फूल की पंखुड़ियों में सर्वनाम के भेदों के नाम लिखिए:
  3. नीचे लिखी कहानी में सर्वनाम शब्दों में रंग भरिए:
    एक साधू-बाबा जंगल में तपस्या करते थे। एक दिन उन्हें बिल्ली का एक छोटा-सा बच्चा दिखाई दिया। उसके पैर से बहुत खून बह रहा था। उन्होंने इधर-उधर देखा, जब कोई और नजर नहीं आया तो उन्होंने बिल्ली के बच्चे को प्यार से उठाया और उसकी मरहम-पट्टी की। अब उसे देने के लिए उनके पास दूध न था, तो वे गाँव की ओर चल दिए। गाँव वालों ने उनका आदर-सत्कार किया और एक गाय उपहार में दी। साधू-बाबा बिल्ली के बच्चे और गाय को ले कर अपनी कुटिया में आ गए। अब वे उन दोनों पशुओं की सेवा और भगवान की आराधना में अपना दिन बिताने लगे।
  4. निम्नलिखित शब्दों में जो शब्द सर्वनाम नहीं हैं उन पर गोला लगाइए:
    1. आप, तभी, वह, यह, कोई
    2. तुम, तथा, तुम्हारा, उस
    3. मैं, ताकि, मेरा, अपने
    4. उनसे, उन्हें, उस, उधर
    5. हमारा, आज, उनका, सबका

Sunday, 5 October 2014


             
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कक्षा २




   पाठ ८   ९   की दो पेज सुलेख करिए। उसमें से संज्ञा शब्द चुनकर उन्हें रंगीन पेंसिल से रेखांकित करिए।
     
कक्षा ३

  पाठ ८   ९   की दो पेज सुलेख करिए। उसमें से सर्वनाम शब्द चुनकर उन्हें रंगीन पेंसिल से रेखांकित करिए।
     
     

Sunday, 28 September 2014


                                                                     संज्ञा

                                                             
1.  नीचे दिये गये वाक्यों में संज्ञा शब्दों पर रंग भरिये:
                    i.        मेरी दादी बहुत अच्छी है ।
                   ii.        तितली रंग-बिरंगी होती है।
                 iii.        मोहन खिलौने से खेलता है।
                iv.        चिड़ियाघर में जानवर रखे जाते हैं।
                  v.        यमुना और गंगा हिमालय से निकलती हैं।
2.  नीचे दिए ग्रिड में दिए गए अक्षरों से संज्ञा शब्द बनाइए:
चा
को
सा
ड़ी
जी
सु
नी
हा
3.  इन वाक्यों को पढ़कर कोष्ठक (brackets) में लिखे सही संज्ञा शब्दों को खाली स्थान में भरिये:
                    i.        मेरा __________ बहुत अच्छा है। (नीला, चल, विद्यालय)
                   ii.        तुम ___________ क्यों हो? (सोचा, फिर, गुस्सा)
                 iii.        दूध से ___________ बनता है । (देना, मक्खन, रूप)
                iv.        ___________ जल की रानी है। (मोर, मुझे, मछ्ली)
                  v.        ___________ एक नदी है । (गंगा, सीता, गीता)

5.  इस गीत को गाते हुए
संज्ञा शब्दों को छांटिये:
चिड़ियाघर की सैर निराली
चीता, भालू बजाते ताली 
हरियाली रहती मतवाली 
राधा तुम भी खुश हो जाओ
फूलों से तुम गीत चुराओ


Monday, 22 September 2014

                              जीवन के दस सच्चे मित्र



१- दोस्ती करें ,फूलों से ताकि हमारीजीवन- बगिया महकती रहे।

२- दोस्ती करें, पंछियों से ताकि जिंसगी चहकती रहे।

३- दोस्ती करें रंगों से ताकि हमारी दुनिया रंगीन हो जाए।

४- दोस्ती करें, कलम से ताकि सुंदर वाक्यों की रचना होती रहे।

५- दोस्ती करें, पुस्तकों से ताकि शब्द- संसार में बढ़ता रहे।

६- दोस्ती करें, ईश्वर से ताकि मन को शांति मिले।

७- दोस्ती करें ,अपने आप से ताकि जीवन में कोई आपसे विश्वास घात न कर सके।

८- दोस्ती करें,  अपने माता- पिता से क्योंकि उनसे बढ़कर शुभचिंतक दुनिया मे कोई नहीं।

९- दोस्ती करें, अपने गुरु से ताकि उनका मार्ग दर्शन आपको भटकने न दे।

१०- दोस्ती करें ,अपने हुनर से ताकि आप आत्मनिर्भर बन सके।