Saturday 10 October 2015


आर्मी पब्लिक स्कूल गोलकोंडा
अवकाशकालीन गृहकार्य
कक्षा--3
  प्रकृति हमें सिखाती है कि जीवन हरपल आनंद से सराबोर है। नदियों का कल कल करता संगीत, झूमते गाते पेङ, एवं छोटे छोटे जीव हमें सिखाते हैं कि जीवन को ऐसे जियो कि जीवन का हर पल खुशियों की सौगात बन जायेचीटियाँ सिखाती हैं कि स्वयं पर भरोसा रखें। दस में से नौ बार असफल होने के बाद भी हारने के बजाय दोगुने परिश्रम से प्रयास करना ही जीत है। बिना किसी खौफ और रुकावट के आसमान की ऊँचाइयों को छूते बाज के हौसले हमें सिखाते हैं कि राह में आने वाली अङचनों को नये अनुभव का आधार माने। ऊँची सोच रखें, सारा आकाश आपका है।
१-    गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो-
क-              चीटियाँ हमें क्या सिखाती है?
उ०- --------------------------------------------------------------------------------

क-            ्रकृति क्या सिखाती है?
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ख-            सोच कैसी रखें?
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२-  दो बहुवचन शब्द गद्यांश मे से छाँटकर लिखो।
क-              -------------------------           ख- --------------------------------------
३- दो संज्ञा शब्द गद्यांश मे से छाँटकर लिखो।
 क ----------------------------------      ख -----------------------------------------
४-  विलोम शब्द लिखो-
 जीत ---------------------------              ख- उँची ----------------------------
५- वाक्य बनाओ-

 परिश्रम ------------------------------------------------------------------------------------------------

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